कश्मीर में इस साल 93 एनकाउंटर!  सुरक्षा फोर्सेस ने 172 वीनियरों को ढेर किया, 29 नागरिकों की मौत

कश्मीर में इस साल 93 एनकाउंटर! सुरक्षा फोर्सेस ने 172 वीनियरों को ढेर किया, 29 नागरिकों की मौत


कश्मीर में मारे गए आतंकवादी: जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने आतंकवाद का विशेष रूप से आकर्षक चेहरा बिछाया है। कश्मीर (कश्मीर) के एडीजीपी ने बताया कि अकेले कश्मीर जोन में साल 2022 के दौरान कुल 93 सफल एनकाउंटर (मुठभेड़) हुए हैं। इन निशानों में कुल 172 जिम्मेदारियां शामिल हैं। इनमें 42 विदेशी भी शामिल थे।

कश्मीर के एडिजीपी ने ट्विटर के जरिए बताया कि घायल हुए हादसे में लश्कर-ए-तैयबा और टी मैसेज के सबसे ज्यादा 108 हिस्से गए। उसके बाद संगठन जैश-ए-मोहम्मद के 35, SM के 22, अब-बद्र के 4 और AGuH संगठन के 3 कमांडो मारे गए। उन्होंने आगे बताया कि इस साल आंत अंगों की नई भर्तियों में पिछले साल की तुलना में 37 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।

सुरक्षाबलों की लापरवाही के खिलाफ अजेरे का असर

कश्मीर में पिछले कुछ समय से संगठन घाटी में फैलाव के लिए आम नागरिकों को लक्षित बना रहे हैं। वहीं, सुरक्षाबलों ने अपने इस पैकेट का मुहं तोड़ जवाब दिया है। कश्मीर जोन के एडीजीपी ने बताया कि इस साल सुरक्षाबलों की कार्रवाई के कारण एजेंसी में नई भर्ती में पिछले साल में 37 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। लश्कर में इस साल 74 हिस्से शामिल हैं, जिनमें से 65 लोगों की मौत के घाट उतार दिया गया। इनमें से 17 निगरानी को गिरफ्तार किया गया, जबकि 18 आतंकवादी अब भी सक्रिय हैं।

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, कश्मीर में एनजीओ में भर्ती होने वाले निगरानी के जीवन काल में भारी गिरावट आई है। इस साल कश्मीर में कुल 65 नए रिक्रूट प्रत्यक्षदर्शियों में मारे गए, जिनमें से 58 (89 प्रतिशत) को शामिल होने के पहले महीने के अंदर ही जमा कर दिया गया।

भारी मात्रा में हथियार बरामद

इस साल कश्मीर जोन में अलग-अलग अलग-अलग चुनाव और मैनेजमेंट के भंडाफोड़ के दौरान कुल 360 हथियार बरामद किए गए। इनमें से 121 AK सीरीज राइफलें, 8 M4 कार्बाइन और 231 पोटेंशियल शामिल हैं। इसके अलावा, गंभीर निशानों के दौरान भारी मात्रा में आईईडी, स्टिकी बम और ग्रेनेड भी ज़ब्त किए गए। इसकी वजह से कई घटनाएं सामने आईं।

कश्मीर में 29 सिविलियन की मौत

इस साल कश्मीर में अलग-अलग सबूतों में आम नागरिकों को भी अपनी जानकारी गवानी पड़ी है। एडीजीपी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, इस साल निगरानी के दौरान 29 नागरिकों को निशाना बनाया गया है। इसमें 21 स्थानीय और दूसरे राज्यों के 8 नागरिक भी शामिल हैं।

बयान में मारे गए स्थानीय नागरिकों से 3 कश्मीरी पंडित और 15 मुस्लिम सहित 6 हिंदू शामिल हैं। सुरक्षा फोर्सेस ने बासित डार और आदिल वानी को छोड़ इन फुटेज में शामिल सभी आंखों को मार गिराया है। पुलिस ने दावा किया है कि जल्द ही बाकी बची इन दोनों देनदारियों को भी समेट लिया जाएगा।

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