
नागपट्टिनम: पुलिस ने एक मामला दर्ज किया है बी जे पी ड्यूटी के दौरान हिजाब पहनने के लिए एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के एक डॉक्टर के साथ बहस करने के लिए जिले के थिरुपोंडी में अधिकारी। घटना का फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस ने मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।
पुलिस ने आरोपी, भुवनेश्वर राम चिंतामणि स्ट्रीट के, अपने दोस्त सुब्रमणि के साथ गए थे पीएचसी बाद के लिए कुछ दवा के लिए बुधवार की आधी रात के आसपास। ड्यूटी डॉक्टर जेनेथ फ़िरहाउस सुब्रमणि की जांच की और प्राथमिक उपचार के बाद आगे के इलाज के लिए उन्हें नागपट्टिनम सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया।
हालांकि, भुवनेश्वर राम ने डॉक्टर से झगड़ा कर लिया और अस्पताल जाने से इनकार कर दिया। वह चाहते थे कि उनके दोस्त का इलाज पीएचसी में ही हो। राम ने जननेथ से पूछा कि उसने ड्यूटी के दौरान हिजाब क्यों पहना था और डॉक्टर का सफेद कोट क्यों नहीं। पुलिस ने कहा कि उसने कथित तौर पर पीएचसी में डॉक्टर और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों की वीडियोग्राफी की।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया तो यह वायरल हो गया। घटना के बारे में जानने के बाद, सीपीएम, वीसीके और तमिल संगठनों सहित राजनीतिक दलों के स्थानीय पदाधिकारियों ने वेलंकन्नी – तूतीकोरिन मुख्य सड़क पर वाहनों के आवागमन को रोक दिया। उन्होंने राम को गिरफ्तार करने की मांग करते हुए नारेबाजी की।
डीएसपी ई बालकृष्णन व पुलिस की एक टीम कीलैयूर मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर होने के लिए राजी किया। कीलैयुर पुलिस द्वारा उसके खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करने के बाद एक विशेष पुलिस टीम राम की तलाश कर रही है।
पुलिस ने आरोपी, भुवनेश्वर राम चिंतामणि स्ट्रीट के, अपने दोस्त सुब्रमणि के साथ गए थे पीएचसी बाद के लिए कुछ दवा के लिए बुधवार की आधी रात के आसपास। ड्यूटी डॉक्टर जेनेथ फ़िरहाउस सुब्रमणि की जांच की और प्राथमिक उपचार के बाद आगे के इलाज के लिए उन्हें नागपट्टिनम सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया।
हालांकि, भुवनेश्वर राम ने डॉक्टर से झगड़ा कर लिया और अस्पताल जाने से इनकार कर दिया। वह चाहते थे कि उनके दोस्त का इलाज पीएचसी में ही हो। राम ने जननेथ से पूछा कि उसने ड्यूटी के दौरान हिजाब क्यों पहना था और डॉक्टर का सफेद कोट क्यों नहीं। पुलिस ने कहा कि उसने कथित तौर पर पीएचसी में डॉक्टर और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों की वीडियोग्राफी की।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया तो यह वायरल हो गया। घटना के बारे में जानने के बाद, सीपीएम, वीसीके और तमिल संगठनों सहित राजनीतिक दलों के स्थानीय पदाधिकारियों ने वेलंकन्नी – तूतीकोरिन मुख्य सड़क पर वाहनों के आवागमन को रोक दिया। उन्होंने राम को गिरफ्तार करने की मांग करते हुए नारेबाजी की।
डीएसपी ई बालकृष्णन व पुलिस की एक टीम कीलैयूर मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर होने के लिए राजी किया। कीलैयुर पुलिस द्वारा उसके खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करने के बाद एक विशेष पुलिस टीम राम की तलाश कर रही है।