
तिरुवनंतपुरम: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला ने कहा कि केल्ट्रोन द्वारा आरटीआई अधिनियम के तहत कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) कैमरों की लागत का खुलासा करने से इनकार करना भ्रष्टाचार को कवर करने के लिए है।
केल्ट्रोन का उत्तर सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) के लिए उपयुक्त नहीं था और इससे पीएसयू में विश्वास खत्म हो जाएगा। यह कहते हुए कि केल्ट्रोन द्वारा दिया गया उत्तर बकवास है, चेन्निथला ने पूछा कि केल्ट्रोन किसके लिए काम कर रहा है और पीएसयू द्वारा एआई कैमरों की खरीद लागत का खुलासा करने पर किसका व्यापार प्रभावित होगा।
केलट्रॉन के चेयरमैन एन नारायण मूर्ति ने कहा कि एक कैमरे की कीमत नौ लाख रुपये है, लेकिन पूरी दुनिया जानती है कि कीमत एक लाख रुपये भी नहीं है।
केलट्रॉन अपनी बेईमानी जारी रखे हुए है, और अगर चेयरमैन अपने रुख पर कायम रहे, तो उन्हें भी पूर्व की तरह ही हश्र का सामना करना पड़ेगा आईएएस अधिकारी एम शिवशंकर, चेन्निथला ने कहा।
उन्होंने आगे कहा कि अगर सरकार स्कूलों को फिर से खोलने के पहले सप्ताह से एआई कैमरों का उपयोग करके पैसा बनाने की योजना बना रही है, तो विपक्ष इसका कड़ा विरोध करेगा।
सरकार के इस कदम को जनता बेहद चिंता के साथ देख रही है। चेन्निथला ने कहा कि जब स्कूलों को फिर से खोलने के लिए राज्य में सड़कें पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हैं, तो सरकार जनता की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के बजाय उनसे जबरन वसूली करने की कोशिश कर रही है।
केल्ट्रोन का उत्तर सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) के लिए उपयुक्त नहीं था और इससे पीएसयू में विश्वास खत्म हो जाएगा। यह कहते हुए कि केल्ट्रोन द्वारा दिया गया उत्तर बकवास है, चेन्निथला ने पूछा कि केल्ट्रोन किसके लिए काम कर रहा है और पीएसयू द्वारा एआई कैमरों की खरीद लागत का खुलासा करने पर किसका व्यापार प्रभावित होगा।
केलट्रॉन के चेयरमैन एन नारायण मूर्ति ने कहा कि एक कैमरे की कीमत नौ लाख रुपये है, लेकिन पूरी दुनिया जानती है कि कीमत एक लाख रुपये भी नहीं है।
केलट्रॉन अपनी बेईमानी जारी रखे हुए है, और अगर चेयरमैन अपने रुख पर कायम रहे, तो उन्हें भी पूर्व की तरह ही हश्र का सामना करना पड़ेगा आईएएस अधिकारी एम शिवशंकर, चेन्निथला ने कहा।
उन्होंने आगे कहा कि अगर सरकार स्कूलों को फिर से खोलने के पहले सप्ताह से एआई कैमरों का उपयोग करके पैसा बनाने की योजना बना रही है, तो विपक्ष इसका कड़ा विरोध करेगा।
सरकार के इस कदम को जनता बेहद चिंता के साथ देख रही है। चेन्निथला ने कहा कि जब स्कूलों को फिर से खोलने के लिए राज्य में सड़कें पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हैं, तो सरकार जनता की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के बजाय उनसे जबरन वसूली करने की कोशिश कर रही है।